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CBSE Class 6 Hindi Grammar – विशेषण

CBSE Class 6 Hindi Grammar – विशेषण

CBSE Class 6 Hindi Grammar — विशेषण

विषय: विशेषण की परिभाषा, भेद, तुलना, रचना एवं बहुविकल्पी प्रश्न

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विषय-सूची

  1. विशेषण: परिभाषा
  2. विशेषण के भेद
  3. गुणवाचक विशेषण
  4. संख्यावाचक विशेषण
  5. परिमाणवाचक विशेषण
  6. सार्वनामिक विशेषण
  7. विशेषणों की तुलना
  8. विशेषण शब्दों की रचना
  9. बहुविकल्पी प्रश्न

विशेषण: परिभाषा

जो शब्द जिस संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताते हैं, वे विशेष्य कहलाते हैं; जैसे— यह रंग-बिरंगी तितली है। नेहा ने सुंदर फ्रॉक पहनी है। पिता जी चार दर्जन केले लाए हैं। लाल सेब मीठे होते हैं।

उपर्युक्त वाक्यों में रेखांकित शब्दों पर यदि आप ध्यान दें तो आपको पता चलेगा कि वे सभी शब्द संज्ञा अथवा सर्वनाम के विषय में बता रहे हैं। ऊपर लिखे वाक्यों में रंग-बिरंगी, सुंदर, चार दर्जन, लाल, मीठे शब्द क्रमशः तितली, फ्रॉक, केले, सेब, शब्दों की विशेषता बता रहे हैं। अतः ये शब्द विशेषण हैं।

वे शब्द जो संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताते हैं, विशेषण कहलाते हैं। विशेषण प्रायः विशेष्य से पहले लगाया जाता है, लेकिन कभी-कभी विशेष्य के बाद भी इसका प्रयोग होता है। जो विशेष्य के पहले लगाए जाते हैं उन्हें विशेष्य-विशेषण तथा जो बाद में लगाए जाते हैं, उन्हें विधेय विशेषण कहते हैं; जैसे— बच्चे शरारती हैं।

विशेषण के भेद

विशेषण के मुख्यतः चार भेद होते हैं:

  1. गुणवाचक विशेषण
  2. संख्यावाचक विशेषण
  3. परिमाणवाचक विशेषण
  4. सार्वनामिक विशेषण

1. गुणवाचक विशेषण

जो विशेषण शब्द संज्ञा या सर्वनाम के गुण-दोष, रंग-रूप आदि के बारे में बताते हैं, वे गुणवाचक विशेषण कहलाते हैं।

  • लाल गुलाब बहुत सुंदर है।
  • आयुष आलसी लड़का है।

इन वाक्यों में ‘लाल’ व ‘सुंदर’ शब्द फूल का गुण बता रहे हैं, तो ‘आलसी’ शब्द आयुष का दोष बता रहा है। अतः वे शब्द गुणवाचक विशेषण के अंतर्गत आएँगे।

कुछ प्रमुख गुणवाचक विशेषण शब्द:

  • गुण-दोष – भला, बुरा, अच्छा, झूठा, उदार, सुंदर।
  • रंग – लाल, काला, पीला, चमकीला।
  • अवस्था – अमीर, गरीब, पतला, भारी, हलका।
  • आकार – बड़ा, छोटा, चौड़ा, तिकोना, मोटा।

2. संख्यावाचक विशेषण

जो विशेषण शब्द संज्ञा या सर्वनाम की संख्या की जानकारी दें, वे संख्यावाचक विशेषण कहलाते हैं।

  • इस कतार में पाँच छात्र खड़े हैं।
  • मेज़ पर चार केले रखे हैं।

संख्यावाचक विशेषण के दो भेद हैं:

  1. निश्चित संख्यावाचक विशेषण
  2. अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण

(i) निश्चित संख्यावाचक विशेषण

जो विशेषण शब्द निश्चित संख्या का बोध कराते हैं, वे निश्चित संख्यावाचक विशेषण कहलाते हैं; जैसे—

  • मेरी कक्षा में चालीस छात्र हैं।
  • डाल पर दो चिड़ियाँ बैठी हैं।

(ii) अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण

वे शब्द जो विशेष्य की निश्चित संख्या का बोध न कराएँ, वे अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण कहलाते हैं; जैसे— कुछ बच्चे, कम छात्र, कई घोड़े।

3. परिमाणवाचक विशेषण

जो विशेषण शब्द संज्ञा या सर्वनाम की परिमाण अर्थात माप-तोल संबंधी जानकारी दें, वे परिमाणवाचक विशेषण कहलाते हैं।

  • चार किलो चीनी
  • दो लीटर दूध
  • पाँच मीटर कपड़ा

परिमाणवाचक विशेषण के भी दो प्रकार हैं:

  1. निश्चित परिमाणवाचक विशेषण — जैसे दो मीटर कपड़ा, एक लीटर दूध।
  2. अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण — जैसे थोड़ी चीनी, कुछ खिलौने।

4. सार्वनामिक या संकेतवाचक विशेषण

जो सर्वनाम विशेषण के रूप में प्रयुक्त होते हैं, उन्हें सार्वनामिक विशेषण कहते हैं।

  • वह लड़की अच्छी है।
  • वह पुस्तक मेरी है।

यहाँ ‘यह’ और ‘वह’ सार्वनामिक विशेषण हैं।

विशेषणों की तुलना

किसी व्यक्ति, वस्तु के गुण-दोष की तुलना अन्य व्यक्ति, वस्तु के साथ करने की अवस्था को विशेषण की तुलना कहते हैं। तुलना की दृष्टि से विशेषण की तीन अवस्थाएँ होती हैं:

  1. मूलावस्था
  2. उत्तरावस्था (तुलनावस्था)
  3. उत्तमावस्था

क. मूलावस्था

किसी व्यक्ति अथवा वस्तु के गुण दोष में जब विशेषणों का प्रयोग किया जाता है, तब वह विशेषण की मूलावस्था कहलाती है।

  • वह एक अच्छा व्यक्ति है।
  • बलवान आदमी।
  • बुद्धिमान छात्र।

ख. उत्तरावस्था

इसमें दो व्यक्ति, वस्तु अथवा प्राणियों के गुण-दोष बताते हुए उनकी आपस में तुलना की जाती है।

  • नेवला साँप से अधिक बलशाली होता है।
  • ओजस्व आयुष से अच्छा है।

ग. उत्तमावस्था

इसमें दो से अधिक व्यक्तियों/वस्तुओं की तुलना करके एक को सबसे अच्छा या बुरा बताया जाता है।

  • राम सबसे अच्छा लड़का है।

हिंदी में तुलनात्मक विशेषता बताने के लिए विशेषण शब्दों में ‘तर’ तथा ‘तम’ प्रत्यय लगाए जाते हैं।

मूलावस्था उत्तरावस्था उत्तमावस्था
उच्चउच्चतरउच्चतम
सुंदरसुंदरतरसुंदरतम
लघुलघुतरलघुतम
प्रियप्रियतमप्रियतर
तीव्रतीव्रतरतीव्रतम
महानमहतरमहतम
श्रेष्ठश्रेष्ठतरश्रेष्ठतम
अधिकअधिकतरअधिकतम
कोमलकोमलतरकोमलतम
न्यूनन्यूनतरन्यूनतम
योग्ययोग्यतरयोग्यतम
चतुरअधिक चतुरसबसे चतुर

विशेषण शब्दों की रचना

हिंदी भाषा में विशेषण शब्दों की रचना संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया, अव्यय आदि शब्दों के साथ उपसर्ग, प्रत्यय आदि लगाकर की जाती है।

संज्ञा से विशेषण शब्दों की रचना:

संज्ञा विशेषण संज्ञा विशेषण
भारतभारतीयस्वर्गस्वर्गीय
प्रांतप्रांतीयनमकनमकीन
धनधनीशिवशैव
दयादयालुआदरआदरणीय
पृथ्वीपार्थिवईर्ष्याईर्ष्यालु
चलनाचालूआगेअगला
उत्साहउत्साहीनीतिनैतिक
नाटकनाटकीयज्ञानज्ञानी
इच्छाइच्छुकयशयशस्वी
पीछेपिछलारंगरंगीला
बलबलवानईश्वरईश्वरीय
चरित्रचरित्रवानदुखदुखी
कर्मकर्मठबाहरबाहरी

सर्वनाम से विशेषण शब्दों की रचना:

सर्वनाम विशेषण सर्वनाम विशेषण
कोईकोई-साजोजैसा
कौनकैसावहवैसा
मैंमेरा / मुझ-साहमहमारा
तुमतुम्हारायहऐसा

क्रिया से विशेषण शब्दों की रचना:

क्रिया विशेषण क्रिया विशेषण
भूलनाभुलक्कड़लूटनालुटेरा
भागनाभगौड़ालड़नालड़ाकू
पीनापियक्कड़

बहुविकल्पी प्रश्न

  1. विशेषण कहलाते हैं —
    1. पर्यायवाची शब्द
    2. विशेष्य
    3. संज्ञा/सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्द
    4. विपरीतार्थक शब्द
  2. संख्या बताने वाले विशेषण हैं —
    1. परिमाणवाचक
    2. संख्यावाचक
    3. गुणवाचक
    4. सार्वनामिक
  3. ‘यह’, ‘वह’ किसके उदाहरण हैं —
    1. गुणवाचक विशेषण
    2. संख्यावाचक विशेषण
    3. सार्वनामिक विशेषण
    4. परिमाणवाचक विशेषण

उत्तर

  1. (iii)
  2. (ii)
  3. (iii)

© CBSE Class 6 Hindi — विशेषण नोट्स. शैक्षिक उपयोग हेतु।

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